कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर सहदेव सिंह झाला ने दैनिक भास्कर बताया- एक काम के सिलसिले में मुझे पुणे स्थित टाटा मोटर्स जाना पड़ा। वे अपने कर्मचारियों के लिए बहुत कुछ करते रहते हैं। इसके बाद जर्मनी, चीन, अमेरिका में भी देखा कि वहां भी कंपनियां अपने कर्मचारियों को बुरी आदतों से दूर रखने के मामले में बहुत ही सख्त हैं। ऐसा हमारे यहां नहीं हैं। इससे प्रेरणा लेकर हमने अपनी तीन इकाइयों के कर्मचारियों में लत छुड़ाने के लिए एक विशेष प्रोग्राम बनाया, जिसमें सफलता मिली।
टाटा ग्रुप से ली प्रेरणा