शोधकर्ता केरेन एंडरसन कहती हैं कि हिमालय के ग्लेशियर कितनी तेजी से पिछल रहे हैं इस पर कई शोध हो चुके हैं। 2000 से 2016 के बीच बर्फ पिघलने की दर दोगुनी हो चुकी है। पर्वतों पर बर्फ को हो रहे नुकसान को समझना और उस पर नजर रखना बेहद जरूरी है। एंडरसन के मुताबिक, छोटे पौधे जितनी तेजी से हिमालय के बर्फबारी वाले हिस्से को घेर रहे हैं यह एक बुरी खबर है क्योंकि पौधों पर जमी बर्फ तेजी से पिघलेगी और बाढ़ के हालात बनेंगे

कई बार कुछ कड़क चीजे खाने या जम्हाई लेने पर जबड़ों से हड्डी की आवाज या चढ़ने जैसी समस्या महसूस होती है। कई बार अधिक मुंह खोलने पर भी परेशानी होती है। इसे जाॅ पाॅपिंग कहते हैं जो चेहरे के एक या दोनों किनारों को प्रभावित करती है। इस समस्या का सबसे बड़ा कारण टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट डिसऑर्डर (टीएमडी) है। जब ये जोड़ ठीक तरह से काम नहीं करते तो जॉ पॉपिंग की समस्या होने लगती है। समय पर इसका इलाज बेहद जरूरी है। डॉ. चित्रा कटारिया, फिज़ियरोथेरेपी प्रमुख, इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर से जानिए जबड़ों की समस्या से कैसे निपटें