संदिग्ध को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। ब्लड सैंपल लेकर पुणे लैब भेज दिया गया। डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे भरोसा दिलाया है कि वह ठीक है और कुछ सरकारी प्रक्रिया पूरी होते ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। यह मरीज मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भागा था, जिसके बाद अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। तब से ही खटोदरा और वराछा पुलिस संदिग्ध की तलाश में थी। इस बीच मनपा स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके घर पर कई बार गई, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। चौकाने वाली बात यह है कि उससे अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग लगातार फोन से सम्पर्क में थे और उसे अस्पताल आने के लिए मनाते रहे। डॉक्टरों ने बताया कि संदिग्ध घबरा गया था, इसलिए वो भाग गया था।
संदिग्ध को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती