बेटे की मौत के बाद पूरा परिवार डिप्रेशन में चला गया। अंकुश की साढ़े तीन साल की तशवी बेटी भी है। भाभी ने सास-ससुर का साथ नहीं छोड़ा और उनकी सेवा करती रहीं। फिर चाचा और चाची ने भाभी की दूसरी शादी करने का निर्णय लिया, पर भाभी ने इनकार कर दिया। चाचा और चाची ने बहुत समझाया फिर वो तैयार हुईं। दो साल तक युवक की तलाश की। उनकी तलाश बड़ोदरा में खत्म हुई।
साढ़े तीन साल की बेटी को भी मिला पिता का साया