वैदिक परंपरा के अनुसार गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राजभवन में गोशाला तैयार कर वहां गिर की गाय और उसके बछड़े पाल रखे हैं। राज्यपाल नियमित तौर पर गोशाले का जायजा लेते रहते है। उन्होंने गो पालन में रूचि और इसकी जानकारी होने के कारण गाय के पालन को सूचित कर उन्हें गाय और उसके बछड़े के बारे में मार्गदर्शन करते रहते है। इन गायों के बछड़ों द्वारा दूध पीने के बाद बचा हुआ दूध का उपयोग राजभवन में किया जाता है। भविष्य में गायों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
राजमहल में गोशाला