सूरत ट्रैफिक पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन और प्लानिंग विभाग में काम करने वाले हेड कांस्टेबल रामशी रबारी ने बताया कि वह सुबह नौ बजे अपनी नाइट ड्यूटी पूरी कर सिंगणपोर अपने घर की तरफ जा रहे थे। इसी बीच कॉजवे पर 25 से 30 लोग इकठ्ठा हुए थे। एक बच्ची और महिला को तापी नदी में डूबता देख बिना कुछ सोचे-समझे और अपनी जान की परवाह किए वह नदी में कूद गए। पहले 10 साल की जयश्री राठोड उसके बाद उसकी 30 वर्षीय मौसी रीटा राठोड को बचाकर बाहर लेकर आए।
नाइट ड्यूटी कर घर जा रहे थे रामशी