मुजाहिद की मुहिम में तमाम लोग जुड़े

उनके साथ कुछ उनके रामपुर के ही दोस्त इस आर्ट में शामिल हो गए। जिसके बाद उन्हें पता चला कि यह पार्कोर और फ्री रनिंग का हुनर है। धीरे धीरे मुजाहिद और उनके साथियों ने इस फन में अपने आप को इतना पैबस्त कर लिया कि वह माहिर हो गए। एक साल के अन्दर ही उन्होंने अपना एक क्लब बनाया, जिसे वह टीम लियोनाइन के नाम से पुकारते हैं। इस टीम में अब सैकड़ो युवा शामिल हैं। आज रामपुर में मुजाहिद की पहचान फ्लाइंग मशीन के तौर पर है। वे बताते हैं कि, पार्कोर सिर्फ स्टंट, जम्प्स या फिल्प्स ही नहीं है, बल्कि यह कोई भी कर सकता है और कहीं भी कर सकता है। यह अपने आसपास की चीजों का बेहतर और सकारात्मक इस्तेमाल है। पार्कोर करते समय यह देखना होता है कि अपने अगले मूव के लिए किस चीज का इस्तेमाल किया जा सकता है।