संदिग्ध मामले आने से मनपा स्वास्थ्य विभाग, राज्य स्वास्थ्य विभाग और सिविल-स्मीमेर अस्पताल के अधिकारियों की बैठक तेज हो गई है। सभी डॉक्टरों, नर्सों और स्टाफ को हिदायत दी गई है कि किसी भी हालत में संदिग्ध मरीजों को जाने नहीं दिया जाए। साथ ही एक-एक मरीज पर नजर रखी जाए। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की कई टीम सक्रिय हुई। वहीं सिविल और स्मीमेर अस्पताल में अलग से स्टाफ रखे गए हैं। वार्ड में मौजूद डॉक्टर नर्स और स्टाफ फूल सेफ्टी किट पहनकर ही रह रहा है। बुधवार को स्मीमेर अस्पताल में एक 21 वर्षीय छात्रा भी सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती हुई। उसने डॉक्टरों से बताया कि वह हाल ही में चीन से लौटी है। वह चीन में एमबीबीएस की छात्रा है।
लापरवाही के बाद ताबड़ताेड़ बैठकों का दौर