गांधीनगर में राजभवन के अंदर प्रवेश करते ही कान में छोटी-छोटी घंटियां और बछड़े के रंभाने की आवाज सुनाई देगी। यहां आने वाले लोगों को लगता है कि राजकीय प्रोटोकॉल के अनुसार सरकारी भवन में नहीं, बल्कि किसी गांव में पलने वाले पशुओं के स्थल पर पहुंच गए हैं। लेकिन, बात कुछ अलग है।
गो भक्त गवर्नर देवव्रत की पहल: राजभवन में गिर की गाय, स्टाफ के बच्चों को भी मिलेगा दूध