ईस्ट लंदन यूनिवर्सिटी में पॉजिटिव मनोविज्ञान के लेक्चरर टिम लोमस एक अलग तरह के काम में लगे हैं। वे आनंद की भावनाएं व्यक्त करने वाले ऐसे शब्दों का संग्रह कर रहे हैं जिनके लिए अंग्रेजी भाषा में शब्द नहीं है। लोमस कहते हैं,हर शब्द एक नए क्षितिज पर खुलने वाली खिड़की के समान है। वे अब तक कई लोगों की मदद से लगभग एक हजार शब्द जमा कर चुके हैं। इसमें शरारत कर रहे व्यक्ति की चमकती आंखों के लिए डच शब्द प्रीटूजीस,संगीत सुनने के आनंद से जुड़ा अरेबिक तरब और प्रेमी-प्रेमिका से बिछुड़ने के दर्द भरे अहसास को बताने वाला शब्द क्रिओल तबानका शामिल हैं।
लोमस अपने मनोवैज्ञानिक विश्लेषण को सकारात्मक कोशरचना की संज्ञा देते हैं। यदि आप ऑनलाइन positive lexicography सर्च करेंगे तो उनका डाटा बेस मिल सकता है। लोग अनुवाद न किए जाने वाले शब्दों की ओर आकर्षित होते हैं। लोमस इन्हें जिंदगी जीने की नई संभावनाएं बताने का माध्यम भी मानते हैं। ऐसे शब्द लोगों के लिए प्रसन्नता अनुभव करने या ऐसी भावनाओं का आनंद लेने का माध्यम बनते हैं जिनका पहले नाम नहीं लिया जा सकता था। जापानी शब्द ओहानामी को देखिए। यह दूसरे लोगों के साथ मिलकर फूलों की प्रशंसा करने के लिए है।
लोमस के कोश के शब्दों पर गौर करें तो वे हमें खुशनुमा भावनाओं का अहसास कराएंगे। अपने पसंदीदा शब्द के बारे में पूछे जाने पर लोमस जर्मन शब्द फर्नवेह का जिक्र करते हैं। यह दूर-दराज के इलाकों में जाने की इच्छा दर्शाता है। यह अनजाने स्थानों पर जाने की चाह से भी जुड़ा है। डेनिश शब्द मोर्गेनफ्रिस्क भी आनंददायी है। यह रात की अच्छी नींद को बताता है। लेटिन शब्द ओटियम अपने समय पर नियंत्रण होने के आनंद का बखान करता है।
ए शब्द सीखने से मिलती है खुशी और आनंद