चीन के अर्थशास्त्री झांग मिंग का कहना है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से रोजगार की स्थिति पहले ही खराब है। कोरोनावायरस के असर से हालात और बिगड़ेंगे। 29 करोड़ अप्रवासी कामगारों में बहुत से ऐसे हैं जो कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े कामों या कम वेतन वाले अन्य कामों के लिए हर रोज गांव से शहर आते हैं। लेकिन, फैक्ट्रियां बंद होने से उन्हें रोजगार मिलना मुश्किल होगा। हुबेई प्रांत के एक करोड़ से ज्यादा कामगारों को रोजगार खोना पड़ सकता है, क्योंकि हुबेई में कोरोनावायरस का असर सबसे ज्यादा होने की वजह से वहां के लोगों से संक्रमण बढ़ने का खतरा है। झांग के मुताबिक आने वाले कुछ महीनों में चीन में बेरोजगारी दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती है। सामान्य तौर पर यह 4% से 5% के बीच रहती है। सब्जियां पहले ही महंगी हो चुकी हैं, आने वाले दिनों में रोजाना जरूरत की चीजें और महंगी होने का खतरा है।
बेरोजगारी दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का खतरा