जांच में सामने आया कि बालिका गृह में बच्चियों को रात में नशीली दवाएं देकर बेहोश कर दिया जाता था। इसके बाद बच्चियों के कमरे में ब्रजेश ठाकुर और अन्य आरोपी पहुंचते थे। दुष्कर्म किया जाता था। बच्चियां सुबह जागती थी, तो उन्हें अंगों में तेज दर्द का अहसास होता था। जालीदार कपड़ा पहना कर अश्लील गानों पर डांस कराया जाता था। पॉर्न वीडियो दिखाकर सेक्स करने के लिए बच्चियों को मानसिक रूप से तैयार किया जाता था।
बेहोश कर बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया जाता था