क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि, इस प्रोजेक्ट के लिए माझा बरहटा की जमीन के चयन को लेकर पत्र आया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की सहमति के लिए पत्रावली भेजी गई थी जिसमें माझा बरहटा, मीरपुर माझा, माझा जमथरा आदि स्थलों की जमीन प्रस्तावित की गई थी। जिसमें तकनीकी खामियों का भी जिक्र किया गया था। पहले मीरपुर माझा स्थल को इस प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया था।
लेकिन यहां प्राजेक्ट के लिए आवश्यक करीब 100 हेक्टेयर जमीन एक जगह नहीं मिल रही थी। बीच में रेलवे पुल व हाईवे पड़ता है, जिसको लेकर विभागीय एनओसी भी हासिल करने में तकनीकी रूकावटें आ रही थीं। इसलिए यहां की जमीन के अधिग्रहण का नोटिफिकेशन जारी करने के बाद भी इसे चयनित नहीं किया गया। वहीं जमथरा की जमीन हालांकि सरकारी है पर यहां पर्यावरण व कनेक्टिविटी की समस्या थी। ऐसे में तीसरा विकल्प माझा बरहटा की जमीन का प्रस्तावित किया गया था। जहां कनेक्टिविटी व जमीन की कमी की समस्या नहीं होगी।