अस्थाना की अगुवाई वाली सीबीआई की एक टीम 2017 में साना के खिलाफ जांच कर रही थी। इस दौरान साना ने अस्थाना पर 10 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। अपनी शिकायत में उसने अस्थाना को दिसंबर 2017 के बाद दस महीनों में रिश्वत की रकम देने की बात कही थी। साना को पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया था।
आरोप लगाने वाले कारोबारी के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही थी