हरदेव सिंह ने पहले पसंदीदा किताबों की सूची बनाई। फिर 6 महीने तक दिल्ली, काशी और बेंगलुरु समेत कई शहरों से किताबें एकत्रित की। इनमें महर्षि वेद व्यास से लेकर आधुनिक लेखकों की अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती भाषा की किताबें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बेटी के साथ इन किताबों को भी गाड़ी में भरकर विदा किया जाएगा।
6 महीने लगे किताबें एकत्रित करने में